दोस्तों, क्या आपने कभी सोचा है कि एक छोटा सा 3-digit का नंबर आपके financial सपनों को हकीकत में बदल सकता है या उन्हें रोक भी सकता है? जी हां, ये है आपका CIBIL Score या Credit Score! चाहे आपको अपने dream home के लिए loan चाहिए या नया credit card चाहिए, या कोई बड़ा financial decision लेना हो, ये score आपके लिए game changer बन सकता है। आज के इस blog में, हम बात करेंगे कि What is a CIBIL Score and How to Improve It?
Creditworthiness क्या है?
Creditworthiness एक ऐसा term है जो बताता है कि आप कितने reliable
हैं, जब बात आती है loan या debt को समय पर repay करने की। यानी, जब आप किसी bank या lender से loan
लेते है, या credit card के लिए apply करते हैं, तो, वो सबसे पहले आपकी creditworthiness
check करते हैं। यह एक तरह से आपका financial report card होता है, जो बताता है कि आपकी financial
history कैसी है। अगर आपका record strong है,
तो आपको loan या credit card जल्दी मिलता है और वो भी कम interest rates पर। लेकिन
अगर record weak है, तो आपका application
reject भी हो सकता है।
Example: मान लीजिए, आप एक नया phone खरीदने के लिए EMI पर बैंक से, loan लेना चाहते हैं, तो, Bank आपकी creditworthiness
देखेगा – अगर आपने पहले के लिए गए, loans समय पर
चुकाए हैं, तो आपको loan आसानी से मिल जाएगा।
पर अगर आपकी payment history खराब है, और
आपने लोन या फिर क्रेडिट कार्ड के बिल समय से पे
नहीं किया है, तो शायद आपको loan ना मिले या high
interest rates पर मिले।
Chapter 2: CIBIL Score क्या होता है?
CIBIL Score एक 3-digit नंबर होता है जो आपकी creditworthiness को measure
करता है। यह score 300 से 850 के बीच होता है। जितना high आपका score होगा, उतना ही better आपके chances होते हैं loans और credit cards आसानी से और कम interest rates पर पाने के।
यह score आपकी credit history पर based होता
है, जैसे:
- आपने कितने bank accounts खोले
हैं।
- आपका total debt कितना है
(जैसे credit card loan, home loan, car loan, या personal
loan)।
- क्या आप इन debts के repayments
समय पर करते हैं या नहीं।
कौन track करता है ये सब?
भारत में 3 बड़े
credit bureaus हैं जो Reserve Bank of India से licensed हैं: जैसे, Equifax, Experian, और High Mark। ये bureaus आपका
financial data collect करते हैं और एक credit report
बनाते हैं, जिसके basis पर
आपका CIBIL Score decide होता है। यह score बताता है कि आपको loan या credit card देना चाहिए या नहीं।
Fun Fact: CIBIL Score का concept Fair Isaac Corp. ने develop किया था, जिसे हम आज
FICO Score के नाम से जानते हैं। यह score दुनिया भर में सबसे ज्यादा used होता है!
Chapter 3: CIBIL Score कैसे calculate होता है?
दोस्तों, अब
जानते हैं कि CIBIL Score कैसे बनता है। इसके लिए 5
important factors देखे जाते हैं:
- Payment History (35%): यह सबसे बड़ा factor
है। क्या आप अपने bills और EMIs समय पर pay करते हैं? अगर
आप late payments करते हैं, तो इसका
negative impact पड़ता है। साथ ही, late
payments पर 15-20% penalty भी लग सकती है,
जो आपके budget पर extra burden डाल देती है।
- Amounts Owed (30%): यह आपके credit
utilization को देखता है, यानी आप अपनी credit
limit का कितना part use करते हैं। Best
practice है कि आपका credit card utilization 30% से ज्यादा ना हो।
Example: अगर आपकी credit card limit 1 लाख है, तो 30,000 से ज्यादा use न करें। - Length of Credit History (15%): अगर आपकी credit
history पुरानी है और आपने हर bill समय पर
pay किया है, तो lenders के लिए आप reliable लगते हैं। क्रेडिट कार्ड केपुराने
accounts बंद न करें, क्योंकि ये आपकी
history को strong बनाते हैं।
- Credit Mix (10%): अगर आपके पास अलग-अलग
types के credits हैं (जैसे car
loan, home loan, और credit card) और उनके
repayments समय पर किए हैं, तो यह
आपके score को improve करता है।
- New Credit (10%): एक साथ बहुत सारे
new loans या credit cards के लिए
apply करना red flag हो सकता है। यह
lenders को दिखाता है कि आप शायद credit का गलत इस्तेमाल कर रहे हैं।
Visual Tip: सोचिए आपका CIBIL Score एक pie
chart है जिसमें ये 5 factors आपके score
के हिस्से बनाते हैं। Payment history और amounts
owed सबसे बड़े slices होते हैं!
Chapter 4: CIBIL Score Ranges
चलिए, अब
समझते हैं CIBIL Score के different ranges को:
- 300-579 (Poor): यह बहुत low
score है। इस range में loan या credit card approval मिलना मुश्किल होता है।
- 580-669 (Fair): यह थोड़ा better
है, लेकिन interest rates high हो सकते हैं।
- 670-739 (Good): इस range में आपको loans और credit cards आसानी से मिल सकते हैं, लेकिन थोड़ी paperwork
के साथ।
- 740-799 (Very Good): इस score पर आपको low interest rates के साथ loans
और cards मिल जाते हैं।
- 800-850 (Excellent): यह best
score है! आपको best deals और lowest
interest rates मिलते हैं।
Example: अगर आपका score 750 है, तो आप very good range में हैं, और आपको home loan या car loan आसानी से मिल सकता है with attractive interest rates.
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Chapter 5: अपना CIBIL Score कैसे improve करें?
दोस्तों, अगर
आपका CIBIL Score low है, तो टेंशन न लो!
ये simple steps follow करके आप अपना score improve कर सकते हैं:
- Time पर payments
करो: अपने bills और EMIs हमेशा due date से पहले pay करो। कई apps auto-debit option देते हैं,
जिससे आपको due dates याद रखने की जरूरत नहीं
पड़ती, और आपका score भी better
होता है।
- Credit Utilization low रखो: अपनी credit limit का 30% या उससे भी कम use करो। यह आपके score पर positive impact डालता है।
- Old Credit Accounts बंद न करो: पुराने accounts आपकी credit
history को strong बनाते हैं। इन्हें बंद
करने से आपका score गिर सकता है।
- New Credit Applications को limit करो: एक साथ बहुत सारे loans या cards
के लिए apply न करें, क्योंकि यह red flag raise करता है।
- Credit Report regularly check करो: कभी-कभी errors की वजह से score low हो जाता है। अपनी credit report check करके गलतियों
को rectify करवा सकते हैं।
Pro Tip: Free में अपना CIBIL Score check करने के
लिए CIBIL की official website या apps
जैसे Wishfin या BankBazaar use कर सकते हैं। मैं भी अपना score ऐसे ही check
करता हूं!
Conclusion
तो दोस्तों, यह था आपका complete guide CIBIL Score और
creditworthiness के बारे में। अगर आप अपनी financial
habits को disciplined रखते हैं, तो एक अच्छा score बनाना और maintain करना बिल्कुल easy है। एक strong CIBIL Score
आपके financial सपनों को आसानी से पूरा कर सकता
है – चाहे वो नया घर हो, car हो, या business
start करने का plan!
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और आपकी financial queries comment section में
बताओ। आपका CIBIL Score क्या है, और आप
उसे कैसे improve कर रहे हैं? हमें जरूर
बताएं! और हां, Robin Talks Finance के साथ जुड़े रहिए for
more financial tips. मिलते हैं next blog में,
तब तक के लिए, bye bye!
अस्वीकरण:
इस ब्लॉग में दी गई जानकारी केवल शैक्षिक और सूचनात्मक
उद्देश्यों के लिए है। "Robin Talks Finance" किसी भी प्रकार की वित्तीय, कानूनी या निवेश सलाह
प्रदान नहीं करता है। यहाँ प्रस्तुत विचार लेखक के व्यक्तिगत शोध और अनुभव पर
आधारित हैं, जिनका उद्देश्य पाठकों को क्रेडिट स्कोर
और वित्तीय योजना की बुनियादी समझ देना है। कोई भी वित्तीय निर्णय लेने से
पहले—चाहे वह लोन हो, क्रेडिट कार्ड हो या अन्य कोई
महत्वपूर्ण निर्णय—कृपया किसी प्रमाणित वित्तीय सलाहकार या विशेषज्ञ से परामर्श
अवश्य लें। क्रेडिट स्कोर से जुड़ी जानकारी समय के साथ या आपकी व्यक्तिगत स्थिति
के अनुसार भिन्न हो सकती है।
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