How To Remove Hard Enquiry From Cibil Score?

How To Remove Hard Enquiry From Cibil Score?

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क्या आपने कभी नोटिस किया कि आपका CIBIL score अचानक कम हो गया है, बिना किसी वजह के? शायद इसका कारण है "hard inquiry"! आइए जानते हैं How To Remove Hard Enquiry From Cibil Score? 

परिचय: CIBIL Score और Inquiry का महत्व

दोस्तों, अगर आप लोन या क्रेडिट कार्ड के लिए अप्लाई करते हैं, तो आपका CIBIL score एक महत्वपूर्ण फैक्टर होता है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि आपके CIBIL score पर होने वाली inquiries दो तरह की होती हैं: soft inquiry और hard inquiry? इस ब्लॉग में हम इन दोनों के बारे में विस्तार से बात करेंगे, खासकर hard inquiry का आपके CIBIL score पर क्या प्रभाव पड़ता है और इसे कैसे हटाया जा सकता है।

How To Remove Hard Enquiry From Cibil Score

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Hard Inquiry क्या होती है?

जब आप किसी बैंक या NBFC कंपनी में नए लोन या क्रेडिट कार्ड के लिए अप्लाई करते हैं, तो लेंडर आपका CIBIL score ऑफिशियली चेक करता है ताकि यह तय कर सके कि आपको लोन देना है या नहीं। इस प्रक्रिया को hard inquiry कहते हैं।

·         हर hard inquiry के साथ आपके CIBIL score से 5 पॉइंट्स कम हो जाते हैं।

·         उदाहरण: अगर आपका CIBIL score 800 है और आपने क्रेडिट कार्ड या लोन के लिए अप्लाई किया, तो बैंक द्वारा CIBIL score चेक करने पर आपका स्कोर 795 हो जाएगा।

·         जितनी बार आप अलग-अलग बैंकों या NBFC में अप्लाई करेंगे, उतनी बार hard inquiry होगी, और आपका CIBIL score और कम हो सकता है।

·         यह बैंक के लिए एक negative signal हो सकता है, जिससे लोन या क्रेडिट कार्ड मिलने में मुश्किल हो सकती है।

Soft Inquiry क्या होती है?

Soft inquiry तब होती है जब:

·         आप खुद अपना CIBIL score चेक करते हैं।

·         कोई बैंक या NBFC बिना आपकी अनुमति के आपके CIBIL score को चेक करता है, जैसे कि pre-approved credit card या pre-approved loan ऑफर भेजने के लिए।

खास बात: Soft inquiry का आपके CIBIL score पर कोई असर नहीं पड़ता।

Hard Inquiry को कैसे हटाएं?

Hard inquiries दो प्रकार की होती हैं: genuine और fraudulent। आइए जानते हैं कि इन्हें कैसे हटाया जा सकता है।

1. Genuine Hard Inquiry

अगर आपने कई बैंकों या NBFC में लोन या क्रेडिट कार्ड के लिए अप्लाई किया है, तो ये inquiries genuine होती हैं।

·         इन्हें हटाना संभव नहीं है।

·         ऐसी inquiries को CIBIL report से हटने में 2 साल तक का समय लग सकता है।

·         Good News: 1 साल बाद ये inquiries आपके CIBIL score पर असर करना बंद कर देती हैं।

·         टिप: जिम्मेदारी से अप्लाई करें और बार-बार applications से बचें।

2. Fraudulent Hard Inquiry

कभी-कभी fraudsters आपके personal details (जैसे PAN card, Aadhaar card, या mobile number) का दुरुपयोग करके आपके नाम पर लोन या क्रेडिट कार्ड अप्लाई करते हैं। इससे fraudulent hard inquiries आपके CIBIL score पर आ सकती हैं, जिससे आपका स्कोर कम हो सकता है।

उदाहरण: मान लीजिए, आपने अपनी CIBIL report चेक की और पाया कि एक XYZ बैंक का क्रेडिट कार्ड आपके नाम पर दिख रहा है, जिसके लिए आपने कभी अप्लाई नहीं किया। यह एक fraudulent hard inquiry है। आपकी report में दिखता है कि यह inquiry 3 महीने पहले हुई थी, और इसके कारण आपका CIBIL score 780 से 760 हो गया। अब आपको तुरंत एक्शन लेना होगा।

Fraudulent Hard Inquiry को कैसे चेक और हटाएं?

यहां स्टेप-बाय-स्टेप प्रक्रिया दी गई है:

1.      CIBIL Score चेक करें:

o    अपने Chrome browser में सर्च करें: free CIBIL score check

o    पहली वेबसाइट www.cibil.com पर क्लिक करें।

o    Get Your Free CIBIL Score के ऑप्शन पर क्लिक करें।

o    साइनअप फॉर्म में अपनी डिटेल्स (email, name, date of birth, और PAN card) भरें।

o    Accept and Continue पर क्लिक करें।

o    OTP डालकर वेरिफाई करें।

o    अगर आप अपनी personal device यूज कर रहे हैं, तो Yes चुनें; नहीं तो No

2.    CIBIL Report चेक करें:

o    साइनअप के बाद Go to Dashboard पर क्लिक करें।

o    राइट साइड में View Your CIBIL Report पर क्लिक करें।

o    स्क्रॉल करके Raise a Dispute ऑप्शन पर जाएं।

o    Account Section में Find Solution पर क्लिक करें।

o    Raise a Dispute पर दोबारा क्लिक करें।


How To Remove Hard Enquiry From Cibil Score?


3.    Fraudulent Inquiry की पहचान करें:

o    आपको सभी open और closed क्रेडिट कार्ड्स और लोन की लिस्ट दिखेगी।

o    अगर कोई क्रेडिट कार्ड या लोन ऐसा है, जो आपने नहीं लिया, तो उसके सामने down arrow पर क्लिक करें।

o    डिटेल्स (amount, date, बैंक/NBFC का नाम) चेक करें।


How To Remove Hard Enquiry From Cibil Score?





What Is CIBIL Score ? How To Improve CIBIL Score ?



4.   Action लें:

o    उस बैंक या NBFC को कॉन्टैक्ट करें और उन्हें सूचित करें कि यह लोन या क्रेडिट कार्ड आपके द्वारा अप्लाई नहीं किया गया।

o    पुलिस में FIR दर्ज करें।

o    www.cibil.com पर वापस जाएं, उसी क्रेडिट कार्ड या लोन के सामने Account Does Not Belong to Me ऑप्शन चुनें।

o    पॉपअप में Yes पर क्लिक करें।

o    बैंक डिटेल्स (name, PAN card, आदि) भरें और Confirm and Submit Dispute पर क्लिक करें।

5.    Complaint Number:

o    Dispute सबमिट करने पर आपको एक complaint number मिलेगा, जिसे आप future reference के लिए रख सकते हैं।


How To Remove Hard Enquiry From Cibil Score?


Hard Inquiry से CIBIL Score को कैसे बचाएं?

·         Limited Applications: बार-बार लोन या क्रेडिट कार्ड के लिए अप्लाई करने से बचें।

·         Responsible Credit Behavior: समय पर पेमेंट करें और जिम्मेदारी से क्रेडिट यूज करें।

·         Monitor CIBIL Score: नियमित रूप से अपनी CIBIL report चेक करें ताकि fraudulent inquiries का पता चल सके।

मिथक: Hard inquiry हमेशा CIBIL score खराब करती है।
सच: अगर आप सीमित और genuine applications करते हैं, तो इसका ज्यादा असर नहीं पड़ता।

निष्कर्ष

दोस्तों, hard inquiry और soft inquiry को समझना आपके CIBIL score को हेल्दी रखने के लिए बहुत जरूरी है। जिम्मेदार क्रेडिट बिहेवियर और समय पर पेमेंट्स आपके CIBIL score को बेहतर बनाए रखेंगे। अगर आपको fraudulent hard inquiry का शक है, तो तुरंत www.cibil.com पर जाकर अपनी report चेक करें और dispute raise करें।

क्या आपके CIBIL score पर hard inquiry का असर हुआ है? नीचे कमेंट बॉक्स में अपनी स्टोरी शेयर करें और इस ब्लॉग को अपने दोस्तों के साथ शेयर करें ताकि वे भी अपने CIBIL score को सुरक्षित रख सकें!

(Frequently Asked Questions) 

  1. Hard Inquiry क्या है और यह CIBIL Score पर कैसे प्रभाव डालती है?
    Hard Inquiry तब होती है जब कोई बैंक या NBFC आपके CIBIL Score को ऑफिशियली चेक करता है, जैसे लोन या क्रेडिट कार्ड अप्लाई करने पर। इससे आपके स्कोर से 5 पॉइंट्स कम हो सकते हैं, और बार-बार होने पर यह नेगेटिव सिग्नल बन जाता है, जिससे लोन मिलना मुश्किल हो सकता है।
  2. Soft Inquiry और Hard Inquiry में क्या अंतर है?
    Soft Inquiry तब होती है जब आप खुद अपना स्कोर चेक करते हैं या बैंक प्री-अप्रूव्ड ऑफर्स के लिए चेक करता है, और इसका स्कोर पर कोई असर नहीं पड़ता। जबकि Hard Inquiry लोन अप्लाई करने पर होती है और स्कोर कम करती है।
  3. Genuine Hard Inquiry को CIBIL Report से कैसे हटाया जा सकता है?
    Genuine Hard Inquiry को हटाना संभव नहीं है। यह 2 साल तक रिपोर्ट में रह सकती है, लेकिन 1 साल बाद इसका स्कोर पर असर बंद हो जाता है। टिप: बार-बार अप्लाई करने से बचें।
  4. Fraudulent Hard Inquiry की पहचान कैसे करें और इसे कैसे हटाएं?
    अगर कोई लोन या क्रेडिट कार्ड आपकी रिपोर्ट में दिख रहा है जो आपने नहीं लिया, तो यह Fraudulent है। इसे हटाने के लिए CIBIL.com पर Dispute Raise करें, बैंक को सूचित करें, और पुलिस में FIR दर्ज करें। Dispute सबमिट करने पर Complaint Number मिलेगा।
  5. Hard Inquiry से CIBIL Score को कैसे सुरक्षित रखें?
    लिमिटेड अप्लिकेशंस करें, समय पर पेमेंट्स दें, और नियमित रूप से CIBIL Report चेक करें। Myth: यह हमेशा स्कोर खराब करती है, लेकिन सीमित और Genuine होने पर ज्यादा असर नहीं पड़ता। 

SOURCE:- BAJAJ FINSERVE, CIBIL.COM


CIBIL Score और Hard Inquiry पर क्विज़

Hard Inquiry का CIBIL Score पर क्या प्रभाव पड़ता है?

स्कोर बढ़ जाता है।
स्कोर से 5 पॉइंट्स कम हो जाते हैं।
कोई प्रभाव नहीं पड़ता।
स्कोर दोगुना हो जाता है।

Soft Inquiry कब होती है?

लोन अप्लाई करने पर।
खुद अपना CIBIL Score चेक करने पर।
बैंक ऑफिशियली लोन के लिए चेक करने पर।
फ्रॉड होने पर।

Genuine Hard Inquiry को हटाने में कितना समय लग सकता है?

तुरंत हट जाती है।
2 साल तक का समय लग सकता है।
कभी नहीं हटती।
1 महीने में हट जाती है।

Fraudulent Hard Inquiry हटाने के लिए पहला स्टेप क्या है?

बैंक को इग्नोर करें।
CIBIL Report चेक करें और Dispute Raise करें।
नया लोन अप्लाई करें।
स्कोर को भूल जाएं।

Hard Inquiry से बचने का सबसे अच्छा तरीका क्या है?

बार-बार अप्लाई करें।
लिमिटेड अप्लिकेशंस करें और रिपोर्ट नियमित चेक करें।
Soft Inquiry को बढ़ाएं।
CIBIL.com पर कभी न जाएं।

डिस्क्लैमर

यह ब्लॉग केवल सामान्य जानकारी के उद्देश्य से लिखा गया है। Robin Talks Finance किसी भी प्रकार की वित्तीय सलाह नहीं देता। कृपया कोई भी निर्णय लेने से पहले अपने वित्तीय सलाहकार से परामर्श अवश्य लें। ब्लॉग में दी गई जानकारी लेखन के समय तक सही मानी गई है, परंतु समय के साथ इसमें परिवर्तन संभव है। लेखक किसी भी प्रकार की क्षति या नुकसान के लिए उत्तरदायी नहीं होगा।

ABOUT THE AUTHOR

Robin Singh is a personal finance enthusiast with 5 years of experience in stock markets, loans, and insurance. Through Robin Talks Finance, he shares practical tips to help Indians make informed financial decisions. His insights come from hands-on experience and research from trusted sources like SEBI and RBI. Disclaimer: This content is for informational purposes only, not financial advice. Contact: inquiryrobinsingh@gmail.com


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