नमस्ते दोस्तों! स्वागत है मेरे ब्लॉग रॉबिन टॉक्स फाइनेंस पर। आज मैं आपको एक महत्वपूर्ण यूपीआई अपडेट के बारे में बताने जा रहा हूँ, जो आपके गूगल पे, फोनपे, पेटीएम, और भीम जैसे सभी यूपीआई ऐप्स पर लागू होगा। यह अपडेट आपके पैसे भेजने के अनुभव को और सुरक्षित व आसान बनाने वाला है। तो चलिए, इसे विस्तार से समझते हैं और जानते हैं कि यह आपके लिए क्यों महत्वपूर्ण है।
यूपीआई का नया नियम: अब दिखेगा असली बैंकवाला नाम
एनपीसीआई – यानी नेशनल पेमेंट्स
कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया, जो यूपीआई सिस्टम को नियंत्रित करता
है, ने एक नया नियम घोषित किया है। अब जब आप किसी को यूपीआई के जरिए पैसे भेजेंगे, तो आपको उस व्यक्ति का असली बैंक खाते में रजिस्टर नाम ही स्क्रीन पर दिखाई
देगा।
पहले क्या होता था? कई बार आपको क्यूआर कोड से निकला हुआ नाम या फिर यूजर ने ऐप्लिकेशन में जो नाम
सेट किया होता था, वही दिखाई देता था। उदाहरण के लिए, मान लीजिए आप अपने दोस्त रमेश को पैसे भेजना चाहते हैं। रमेश ने अपने पेटीएम
ऐप में अपना नाम “राज भाई” सेट किया हुआ है। पहले आपको पैसे भेजते समय “राज भाई”
ही दिखता था। लेकिन अब यह सिस्टम केवल उनका असली नाम, जैसे “रमेश कुमार”, जो उनके बैंक अकाउंट में रजिस्टर है, वही दिखाएगा।
इस अपडेट का मकसद क्या है?
एनपीसीआई का उद्देश्य है कि जब आप पैसे
भेजें,
तो आपको पूरा कॉन्फिडेंस मिले और आपको ठीक-ठीक पता हो कि
आपका पैसा किसके अकाउंट में जा रहा है। इस अपडेट से गलत ट्रांजैक्शन होने की
संभावना बहुत कम हो जाएगी। साथ ही, अब यूपीआई ऐप्स
यूजर्स को पेयी (जिसे पैसा भेजा जा रहा है) का नाम मैन्युअली बदलने का विकल्प नहीं
देंगे। इसका मतलब है कि कोई भी अपने नाम की जगह कुछ और लिखकर दूसरों को भ्रमित
नहीं कर पाएगा। हर बार स्क्रीन पर केवल बैंक में रजिस्टर नाम ही दिखेगा।
सभी यूपीआई ऐप्स पर लागू होगा यह नियम
चाहे आप गूगल पे यूज करें, फोनपे, पेटीएम, या भीम, यह नियम सभी यूपीआई ऐप्स पर लागू होगा।
आपको बस इतना करना है कि अपने ऐप को अपडेट कर लें। इसके बाद आपका बैंक में रजिस्टर
नाम अपने आप डिस्प्ले होने लगेगा।
यह अपडेट क्यों है खास?
मुझे यह अपडेट बहुत पसंद आया, क्योंकि अब हम बिना किसी डर के पैसे भेज सकते हैं। जब स्क्रीन पर असली नाम
दिखेगा,
तो गलती होने की संभावना भी कम हो जाएगी। यह नया नियम
यूपीआई को और भरोसेमंद बनाता है, जिससे हमारा डिजिटल
पेमेंट का अनुभव और बेहतर होगा।
उदाहरण से समझें
मान लीजिए, आप किसी दुकान पर क्यूआर कोड स्कैन करके पेमेंट कर रहे हैं। पहले हो सकता था
कि दुकानदार ने कोई फैंसी नाम सेट किया हो, जैसे “सुपर
स्टोर”। लेकिन अब आपको उनके बैंक अकाउंट का असली नाम, जैसे “रमेश शर्मा”, दिखेगा। इससे आपको यकीन हो जाएगा कि
आप सही व्यक्ति को पेमेंट कर रहे हैं।
आप क्या सोचते हैं?
आपको यह यूपीआई अपडेट कैसा लगा? क्या यह आपके लिए पेमेंट को और सुरक्षित बनाएगा? नीचे कमेंट में जरूर बताएँ। अगर आपको यह ब्लॉग पसंद आया, तो इसे अपने दोस्तों के साथ शेयर करें और रॉबिन टॉक्स फाइनेंस को फॉलो करें
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SOURCE:- CNBC TV18
डिस्क्लेमर:
यह ब्लॉग पोस्ट सिर्फ जानकारी देने के उद्देश्य से बनाई गई है। इसमें दी गई सारी जानकारी पब्लिकली उपलब्ध सोर्सेस और नोटिफिकेशन पर आधारित है। रॉबिन टॉक्स फाइनेंस किसी भी बैंक, यूपीआई ऐप या फाइनेंशियल इंस्टिट्यूशन से जुड़ा हुआ नहीं है। कृपया किसी भी फाइनेंशियल डिसिजन से पहले अपने स्तर पर पूरी जानकारी लें या किसी एक्सपर्ट से सलाह लें। इस ब्लॉग में दी गई जानकारी के आधार पर किए गए किसी भी ट्रांजैक्शन या नुकसान के लिए हम ज़िम्मेदार नहीं होंगे।ABOUT THE AUTHOR
Robin Singh is a personal finance enthusiast with 5 years of experience in stock markets, loans, and insurance. Through Robin Talks Finance, he shares practical tips to help Indians make informed financial decisions. His insights come from hands-on experience and research from trusted sources like SEBI and RBI. Disclaimer: This content is for informational purposes only, not financial advice. Contact: inquiryrobinsingh@gmail.com
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