बढ़ती उम्र के साथ स्वास्थ्य संबंधी चिंताएं बढ़ने लगती हैं, और ऐसे में एक अच्छा हेल्थ इंश्योरेंस प्लान न केवल मेडिकल खर्चों को कवर करता है, बल्कि आपकी फाइनेंशियल हेल्थ को भी सुरक्षित रखता है। अगर आप अपने लिए या अपने माता-पिता जैसे सीनियर सिटीजन्स के लिए एक विश्वसनीय हेल्थ इंश्योरेंस ढूंढ रहे हैं, तो यह ब्लॉग आपके लिए है। हम 2025 में उपलब्ध टॉप 5 हेल्थ इंश्योरेंस प्लान्स की विस्तार से चर्चा करेंगे: Niva Bupa ReAssure 2.0, HDFC ERGO Optima Secure, ICICI Lombard Elevate, Aditya Birla Active One Max, और ManipalCigna Sarv Suraksha Supreme
इस ब्लॉग में हम इन प्लान्स की विशेषताएं, इंकर्ड क्लेम रेशियो (ICR), प्रीमियम, योग्यता मानदंड, राइडर्स, और अन्य महत्वपूर्ण फीचर्स को समझेंगे। साथ ही, हम हेल्थ इंश्योरेंस से जुड़े सभी जरूरी टर्म्स को सरल भाषा में समझाएंगे, ताकि आपको सही प्लान चुनने में आसानी हो।
सीनियर सिटीजन्स के लिए हेल्थ इंश्योरेंस क्यों जरूरी है?
बढ़ती उम्र में मेडिकल खर्चे, जैसे हार्ट सर्जरी, डायबिटीज का इलाज, या कोई अन्य गंभीर बीमारी, अचानक बढ़ सकते हैं। एक अच्छा हेल्थ इंश्योरेंस प्लान इन खर्चों को कवर करके आपको और आपके परिवार को वित्तीय और मानसिक तनाव से बचाता है।
उदाहरण: मान लीजिए 68 साल के सुरेश जी को अचानक किडनी से संबंधित समस्या होती है, और इलाज का खर्च 20 लाख रुपये तक जाता है। अगर उनके पास सही हेल्थ इंश्योरेंस है, तो यह खर्च उनकी जेब पर बोझ नहीं डालेगा। इसके अलावा, हेल्थ इंश्योरेंस में मुफ्त हेल्थ चेकअप, डे-केयर ट्रीटमेंट, और अन्य फायदे भी मिलते हैं, जो आपकी सेहत को बनाए रखने में मदद करते हैं।
हेल्थ इंश्योरेंस चुनते समय इन बातों का ध्यान रखें:
सम एश्योर्ड: क्या कवरेज आपकी मेडिकल जरूरतों के लिए पर्याप्त है?
प्रीमियम: क्या यह आपके बजट में फिट बैठता है?
वेटिंग पीरियड: पहले से मौजूद बीमारियों (प्री-एक्सिस्टिंग डिजीज) के लिए कितना इंतजार करना होगा?
इंकर्ड क्लेम रेशियो (ICR): यह बताता है कि कंपनी कितने प्रतिशत क्लेम्स का भुगतान करती है। ज्यादा ICR का मतलब है कि कंपनी क्लेम सेटलमेंट में विश्वसनीय है।
अतिरिक्त फायदे: जैसे नो-क्लेम बोनस, रिफिल बेनिफिट, और मुफ्त हेल्थ चेकअप।
इंकर्ड क्लेम रेशियो (ICR) क्या है?
इंकर्ड क्लेम रेशियो (ICR) एक महत्वपूर्ण पैरामीटर है, जो यह दर्शाता है कि इंश्योरेंस कंपनी ने कितने प्रतिशत क्लेम्स का भुगतान किया है। यह कंपनी की विश्वसनीयता को मापने का एक तरीका है। उदाहरण के लिए, अगर कोई कंपनी 100 क्लेम्स प्राप्त करती है और उनमें से 80 का भुगतान करती है, तो उसका ICR 80% होगा। ज्यादा ICR का मतलब है कि कंपनी क्लेम सेटलमेंट में भरोसेमंद है।
इन प्लान्स का ICR (2025 के आधार पर):
नीवा बुपा रीशोर 2.0: 59.02%
एचडीएफसी एर्गो ऑप्टिमा सिक्योर: 80.98%
आईसीआईसीआई लोम्बार्ड एलिवेट: 78.85%
आदित्य बिरला एक्टिव वन मैक्स: 68.31%
मणिपाल सिग्ना सरवाह परम: 63.78%
नोट: ज्यादा ICR हमेशा बेहतर नहीं होता, लेकिन यह एक महत्वपूर्ण फैक्टर है। उदाहरण के लिए, एचडीएफसी एर्गो का 80.98% ICR दर्शाता है कि यह क्लेम सेटलमेंट में काफी विश्वसनीय है।
टॉप 5 हेल्थ इंश्योरेंस प्लान्स का विस्तृत विश्लेषण
1. नीवा बुपा रीशोर 2.0
यह प्लान सीनियर सिटीजन्स के लिए लंबे समय तक कवरेज और लचीलापन प्रदान करता है।
खासियतें:
लॉक द क्लॉक: आपका प्रीमियम आपकी मौजूदा उम्र पर लॉक हो जाता है, जब तक आप कोई क्लेम नहीं करते। उदाहरण के लिए, अगर आप 65 साल की उम्र में पॉलिसी लेते हैं, तो प्रीमियम उसी उम्र पर आधारित रहेगा, भले ही आपकी उम्र बढ़े। नोट: यह केवल उम्र को लॉक करता है, न कि इनफ्लेशन से संबंधित प्रीमियम वृद्धि को।
बूस्टर प्लस: अगर आप क्लेम नहीं करते, तो आपका सम एश्योर्ड हर साल बढ़ता है, जो अधिकतम 10 गुना (10X) तक हो सकता है। उदाहरण के लिए, 10 लाख का कवर 10 साल में 1 करोड़ तक हो सकता है। अगर आपने 5 लाख का क्लेम किया, तो बाकी 5 लाख अगले साल कैरी फॉरवर्ड हो जाएगा।
रिफिल बेनिफिट: अगर आपका सम एश्योर्ड खत्म हो जाता है, तो यह अनलिमिटेड बार रिफिल हो सकता है। उदाहरण के लिए, 10 लाख के कवर में अगर आप 7 लाख का क्लेम करते हैं, तो बाकी 3 लाख रिफिल होकर फिर से 10 लाख उपलब्ध हो जाएगा।
रूम रेंट: कोई लिमिट नहीं, यानी आप हॉस्पिटल में किसी भी रूम का चयन कर सकते हैं, और खर्चे वास्तविक आधार पर कवर होंगे।
डे-केयर प्रोसीजर्स: जैसे कैटरैक्ट सर्जरी, जो 24 घंटे की हॉस्पिटलाइजेशन की जरूरत नहीं होती, सम एश्योर्ड तक कवर हैं।
आयुष हॉस्पिटलाइजेशन: आयुर्वेद, योगा, यूनानी, सिद्धा, और होम्योपैथी के इलाज सम एश्योर्ड तक कवर हैं।
डोमिसिलरी हॉस्पिटलाइजेशन: अगर मरीज को हॉस्पिटल नहीं ले जाया जा सकता या बेड उपलब्ध नहीं है, तो घर पर इलाज भी कवर होता है।
मॉडर्न ट्रीटमेंट्स और रोबोटिक सर्जरी: हार्ट, किडनी, कैंसर, और ऑर्गन ट्रांसप्लांट जैसे ट्रीटमेंट्स सम एश्योर्ड तक कवर हैं। रोबोटिक सर्जरी के लिए कुछ इलेक्टिव प्रोसीजर्स (जैसे नी रिप्लेसमेंट, हर्निया) पर 1 लाख की सब-लिमिट है, लेकिन जल्द ही राइडर के जरिए इसे हटाया जा सकता है।
एनुअल हेल्थ चेकअप: साल में एक बार मुफ्त चेकअप, कैशलेस या रिइंबर्समेंट के रूप में।
प्री और पोस्ट हॉस्पिटलाइजेशन: भर्ती से पहले 60 दिन और बाद में 180 दिन तक के खर्चे कवर।
इमरजेंसी रोड और एयर एंबुलेंस: रोड एंबुलेंस सम एश्योर्ड तक और एयर एंबुलेंस 2.5 लाख तक कवर।
एलिजिबिलिटी: न्यूनतम प्रवेश आयु 18 वर्ष, अधिकतम आयु की कोई सीमा नहीं।
वेटिंग पीरियड:
इनिशियल वेटिंग पीरियड: 30 दिन
स्पेसिफिक एक्सक्लूजंस (जैसे हर्निया, पाइल्स): 2 वर्ष
प्री-एक्सिस्टिंग डिजीज: 3 वर्ष (बीपी और डायबिटीज के लिए 30 दिन तक कम किया जा सकता है, राइडर के साथ)।
प्रीमियम (66 वर्ष, 10 लाख कवर): ₹65,498 (जोन 1, बिना राइडर्स के)।
राइडर्स:
सेफगार्ड/सेफगार्ड प्लस: नॉन-पेएबल आइटम्स (जैसे मास्क, दस्ताने) कवर।
एक्यूट केयर: 20,000 तक का ओपीडी कवर (डॉक्टर कंसल्टेशन, दवाइयां)।
स्मार्ट हेल्थ: बीपी और डायबिटीज जैसे डिजीज मैनेजमेंट को 30 दिन में कवर।
पर्सनल एक्सीडेंट: दुर्घटना में मृत्यु या स्थायी अक्षमता कवर।
हॉस्पिटल कैश: हॉस्पिटलाइजेशन के दौरान दैनिक नकद लाभ।
उदाहरण: 65 साल की शांति जी ने 10 लाख का कवर लिया। पहले साल में कोई क्लेम न करने पर उनका कवर 20 लाख हो गया। अगर वह हार्ट सर्जरी के लिए 15 लाख का क्लेम करती हैं, तो रिफिल बेनिफिट के कारण 10 लाख फिर से उपलब्ध हो जाएगा।
2. एचडीएफसी एर्गो ऑप्टिमा सिक्योर
यह प्लान पहले दिन से ज्यादा कवरेज और लॉयल्टी बेनिफिट्स प्रदान करता है।
खासियतें:
2X-3X कवरेज: पहले दिन से ही 2 गुना (1 साल के लिए) या 3 गुना (3 साल के लिए) कवर। उदाहरण के लिए, 10 लाख की पॉलिसी में 20 लाख (1 साल) या 30 लाख (3 साल) का कवर।
लॉयल्टी बेनिफिट: क्लेम करें या न करें, दूसरे साल में 50% और तीसरे साल में फिर 50% सम एश्योर्ड बढ़ता है।
रिफिल बेनिफिट: एक बार रिफिल उपलब्ध। अनलिमिटेड रिफिल के लिए अतिरिक्त प्रीमियम देना होगा। यह रिलेटेड और अनरिलेटेड बीमारियों के लिए लागू है।
रूम रेंट: कोई लिमिट नहीं, वास्तविक खर्चे कवर।
डे-केयर प्रोसीजर्स: सम एश्योर्ड तक कवर।
आयुष हॉस्पिटलाइजेशन: आयुर्वेद, योगा आदि सम एश्योर्ड तक कवर।
डोमिसिलरी हॉस्पिटलाइजेशन: घर पर इलाज कवर।
मॉडर्न ट्रीटमेंट्स और रोबोटिक सर्जरी: कोई सब-लिमिट नहीं, सम एश्योर्ड तक कवर।
एनुअल हेल्थ चेकअप: रिइंबर्समेंट के रूप में, सम एश्योर्ड के आधार पर।
प्री और पोस्ट हॉस्पिटलाइजेशन: 60 दिन पहले और 180 दिन बाद तक के खर्चे कवर।
इमरजेंसी रोड और एयर एंबुलेंस: रोड एंबुलेंस सम एश्योर्ड तक और एयर एंबुलेंस 5 लाख तक कवर।
एलिजिबelleri: न्यूनतम प्रवेश आयु 18 वर्ष, अधिकतम आयु की कोई सीमा नहीं।
वेटिंग पीरियड:
इनिशियल वेटिंग पीरियड: 30 दिन
स्पेसिफिक एक्सक्लूजंस: 2 वर्ष
प्री-एक्सिस्टिंग डिजीज: 3 वर्ष (एबीसीडी राइडर के साथ अस्थमा, बीपी, कोलेस्ट्रॉल, डायबिटीज को 30 दिन में कवर)।
प्रीमियम (66 वर्ष, 10 लाख कवर): ₹7,382 (जोन 1, बिना राइडर्स के)।
राइडर्स:
अनलिमिटेड रिस्टोर: अनलिमिटेड बार रिफिल।
एबीसीडी राइडर: अस्थमा, बीपी, कोलेस्ट्रॉल, डायबिटीज 30 दिन में कवर।
पर्सनल एक्सीडेंट: दुर्घटना में मृत्यु/अक्षमता कवर।
क्रिटिकल इलनेस: 51 गंभीर बीमारियों के लिए एकमुश्त भुगतान।
लिमिटलेस: कोई भी क्लेम राशि (जैसे 50 लाख) कवर, भले ही पॉलिसी 10 लाख की हो।
हॉस्पिटल कैश: दैनिक नकद लाभ।
ऑप्टिमा वेल बीइंग: ओपीडी कवर (डॉक्टर कंसल्टेशन, ऑनलाइन/ऑफलाइन)।
पेरेंटहुड: 2 साल के वेटिंग पीरियड के साथ मैटरनिटी बेनिफिट्स।
प्रोटेक्ट राइडर: नॉन-पेएबल आइटम्स कवर।
उदाहरण: 70 साल के प्रकाश जी ने 10 लाख की पॉलिसी ली, जो पहले दिन से 20 लाख का कवर देती है। अगर वह 3 साल की पॉलिसी लेते हैं, तो कवर 30 लाख हो जाएगा। लॉयल्टी बेनिफिट के कारण उनका सम एश्योर्ड और बढ़ेगा।
3. आईसीआईसीआई लोम्बार्ड एलिवेट
यह प्लान लचीलापन और अनलिमिटेड कवरेज के लिए जाना जाता है।
खासियतें:
पावर बूस्टर: सम एश्योर्ड हर साल बढ़ता है, बिना किसी अधिकतम सीमा के। उदाहरण के लिए, 10 लाख की पॉलिसी अगले साल 20 लाख, फिर 30 लाख हो सकती है।
सिबिल डिस्काउंट: अच्छे क्रेडिट स्कोर पर प्रीमियम में छूट।
गारंटेड क्यूमुलेटिव बोनस: हर साल 20% सम एश्योर्ड बढ़ता है, अधिकतम 100% तक। यह क्लेम से प्रभावित नहीं होता।
रिफिल बेनिफिट: अनलिमिटेड बार रिफिल, रिलेटेड/अनरिलेटेड बीमारियों के लिए।
रूम रेंट: डिफॉल्ट रूप से सिंगल प्राइवेट एसी रूम। रूम मॉडिफिकेशन राइडर के जरिए ट्विन शेयरिंग या कोई भी रूम चुन सकते हैं।
डे-केयर प्रोसीजर्स: सम एश्योर्ड तक कवर।
आयुष हॉस्पिटलाइजेशन: सम एश्योर्ड तक कवर।
डोमिसिलरी हॉस्पिटलाइजेशन: घर पर इलाज कवर।
मॉडर्न ट्रीटमेंट्स और रोबोटिक सर्जरी: कोई सब-लिमिट नहीं।
एनुअल हेल्थ चेकअप: कैशलेस, सूचीबद्ध टेस्ट के आधार पर।
प्री और पोस्ट हॉस्पिटलाइजेशन: 90 दिन पहले और 180 दिन बाद तक कवर।
इमरजेंसी रोड और एयर एंबुलेंस: रोड एंबुलेंस सम एश्योर्ड तक, एयर एंबुलेंस राइडर के जरिए कवर।
एलिजिबिलिटी: न्यूनतम प्रवेश आयु 18 वर्ष, अधिकतम 125 वर्ष।
वेटिंग पीरियड:
इनिशियल वेटिंग पीरियड: 30 दिन
स्पेसिफिक एक्सक्लूजंस: 2 वर्ष
प्री-एक्सिस्टिंग डिजीज: 3 वर्ष (जंप स्टार्ट राइडर के साथ अस्थमा, बीपी, कोलेस्ट्रॉल, डायबिटीज 30 दिन में कवर)।
प्रीमियम (66 वर्ष, 10 लाख कवर): ₹53,573 (जोन 1, बिना राइडर्स के)。
राइडर्स:
ड्यूरेबल मेडिकल इक्विपमेंट: मेडिकल उपकरण कवर।
डिपेंडेंट अकोमोडेशन: साथी के लिए रहने की सुविधा।
क्लेम प्रोटेक्टर: नॉन-पेएबल आइटम्स कवर।
पावर बूस्टर: अनलिमिटेड सम एश्योर्ड वृद्धि।
इनफाइनाइट केयर: कोई भी क्लेम राशि कवर।
नेटवर्क एडवांटेज: प्रीफर्ड नेटवर्क हॉस्पिटल्स में डिस्काउंट, अन्य में कोपेमेंट।
नर्सिंग एट होम: घर पर नर्सिंग कवर।
कन्वलेसेंस बेनिफिट: ठीक होने के दौरान लाभ।
क्रिटिकल इलनेस: गंभीर बीमारियों के लिए एकमुश्त भुगतान।
पर्सनल एक्सीडेंट: दुर्घटना में मृत्यु/अक्षमता।
जंप स्टार्ट: प्री-एक्सिस्टिंग डिजीज 30 दिन में कवर।
रूम मॉडिफायर: रूम अपग्रेड/डाउनग्रेड।
बी फिट: ओपीडी कवर।
उदाहरण: 67 साल की मीना जी ने 10 लाख की पॉलिसी ली। उनके अच्छे क्रेडिट स्कोर के कारण प्रीमियम पर छूट मिली। अगले साल उनका कवर 12 लाख हो गया, और अगर वह कोई क्रिटिकल इलनेस का क्लेम करती हैं, तो बोनस कम नहीं होगा।
4. आदित्य बिरला एक्टिव वन मैक्स
यह प्लान बिना उम्र सीमा के ज्यादा कवरेज और नॉन-पेएबल आइटम्स कवर के लिए जाना जाता है।
खासियतें:
5X सम एश्योर्ड: क्लेम करें या न करें, कवर 5 गुना तक बढ़ सकता है। उदाहरण के लिए, 10 लाख की पॉलिसी 50 लाख तक हो सकती है।
नॉन-पेएबल आइटम्स: डिफॉल्ट रूप से कंज्यूमेबल्स (जैसे मास्क, दस्ताने) कवर।
रिफिल बेनिफिट: अनलिमिटेड बार रिफिल, रिलेटेड/अनरिलेटेड बीमारियों के लिए।
रूम रेंट: कोई लिमिट नहीं, कोई भी रूम चुन सकते हैं।
डे-केयर प्रोसीजर्स: सम एश्योर्ड तक कवर।
आयुष हॉस्पिटलाइजेशन: सम एश्योर्ड तक कवर।
डोमिसिलरी हॉस्पिटलाइजेशन: घर पर इलाज कवर।
मॉडर्न ट्रीटमेंट्स और रोबोटिक सर्जरी: कोई सब-लिमिट नहीं।
एनुअल हेल्थ चेकअप: कैशलेस, सूचीबद्ध टेस्ट के आधार पर।
प्री और पोस्ट हॉस्पिटलाइजेशन: 90 दिन पहले और 180 दिन बाद तक कवर।
इमरजेंसी रोड एंबुलेंस: सम एश्योर्ड तक कवर। एयर एंबुलेंस कवर नहीं।
एलिजिबिलिटी: न्यूनतम प्रवेश आयु 18 वर्ष, अधिकतम आयु की कोई सीमा नहीं।
वेटिंग पीरियड:
इनिशियल वेटिंग पीरियड: 30 दिन
स्पेसिफिक एक्सक्लूजंस: 2 वर्ष
प्री-एक्सिस्टिंग डिजीज: 3 वर्ष (क्रॉनिक केयर राइडर के साथ अस्थमा, बीपी, कोलेस्ट्रॉल, डायबिटीज, एंजियोप्लास्टी, सीओपीडी 30 दिन में कवर)।
प्रीमियम (66 वर्ष, 10 लाख कवर): ₹5,935 (जोन 1, बिना राइडर्स के)।
राइडर्स:
क्रॉनिक केयर: प्री-एक्सिस्टिंग डिजीज और रूम कैटेगरी रिडक्शन।
रूम मॉडिफिकेशन: रूम अपग्रेड/डाउनग्रेड।
डिडक्टेबल: प्रीमियम कम करने के लिए।
उदाहरण: 72 साल के रमेश जी ने 10 लाख की पॉलिसी ली। अगले साल उनका कवर 20 लाख हो गया। हॉस्पिटल में नॉन-पेएबल आइटम्स (जैसे दस्ताने) का खर्च भी कवर हुआ, जिससे उनकी जेब पर बोझ नहीं पड़ा।
5. मणिपाल सिग्ना सरवाह परम
यह प्लान जीरो वेटिंग पीरियड और हाई कवरेज के लिए जाना जाता है।
खासियतें:
जीरो वेटिंग पीरियड: प्री-एक्सिस्टिंग डिजीज तुरंत कवर, बशर्ते मेडिकल जांच में फिट पाए जाएं।
गुल्लक बेनिफिट: सम एश्योर्ड हर साल बढ़ता है, अधिकतम 10 गुना (10X) तक। उदाहरण के लिए, 10 लाख की पॉलिसी 1 करोड़ तक हो सकती है।
रिफिल बेनिफिट: अनलिमिटेड बार रिफिल, रिलेटेड/अनरिलेटेड बीमारियों के लिए।
रूम रेंट: सिंगल प्राइवेट एसी रूम डिफॉल्ट, रूम मॉडिफिकेशन राइडर उपलब्ध। आईसीयू में कोई कैपिंग नहीं।
डे-केयर प्रोसीजर्स: सम एश्योर्ड तक कवर।
आयुष हॉस्पिटलाइजेशन: सम एश्योर्ड तक कवर।
डोमिसिलरी हॉस्पिटलाइजेशन: घर पर इलाज कवर।
मॉडर्न ट्रीटमेंट्स और रोबोटिक सर्जरी: कोई सब-लिमिट नहीं।
एनुअल हेल्थ चेकअप: साल में एक बार, कैशलेस।
प्री और पोस्ट हॉस्पिटलाइजेशन: 90 दिन पहले और 180 दिन बाद तक कवर।
इमरजेंसी रोड और एयर एंबुलेंस: रोड एंबुलेंस सम एश्योर्ड तक, एयर एंबुलेंस राइडर के जरिए।
एलिजिबिलिटी: न्यूनतम प्रवेश आयु 18 वर्ष, अधिकतम आयु की कोई सीमा नहीं।
वेटिंग पीरियड: कोई वेटिंग पीरियड नहीं, लेकिन मेडिकल जांच जरूरी।
प्रीमियम (66 वर्ष, 10 लाख कवर): ₹65,354 (जोन 1, बिना राइडर्स के)।
राइडर्स:
प्रतीक्षा: अगर कोई प्री-एक्सिस्टिंग डिजीज नहीं है, तो प्रीमियम कम करने के लिए वेटिंग पीरियड जोड़ा जा सकता है।
सरप्लस बेनिफिट: पहले क्लेम से 2X कवर।
पर्सनल एक्सीडेंट: 10 लाख से 3 करोड़ तक कवर।
नॉन-मेडिकल/ड्यूरेबल मेडिकल एक्सपेंसेस: कंज्यूमेबल्स और उपकरण कवर।
रूम मॉडिफिकेशन: रूम अपग्रेड/डाउनग्रेड।
वॉलंटरी कोपेमेंट/डिडक्टेबल: प्रीमियम कम करने के लिए।
उदाहरण: 67 साल के अनिल जी को डायबिटीज है। जीरो वेटिंग पीरियड के कारण उनका इलाज तुरंत कवर हुआ। अगले साल उनका कवर 20 लाख हो गया।
महत्वपूर्ण हेल्थ इंश्योरेंस टर्म्स और उनके अर्थ
इंकर्ड क्लेम रेशियो (ICR): कंपनी द्वारा सेटल किए गए क्लेम्स का प्रतिशत। ज्यादा ICR (जैसे एचडीएफसी का 80.98%) विश्वसनीयता दर्शाता है।
सम एश्योर्ड: वह राशि जो इंश्योरेंस कंपनी क्लेम के समय भुगतान करती है।
रिफिल बेनिफिट: सम एश्योर्ड खत्म होने पर दोबारा उपलब्ध होना।
नो-क्लेम बोनस: क्लेम न करने पर सम एश्योर्ड में वृद्धि।
प्री और पोस्ट हॉस्पिटलाइजेशन: भर्ती से पहले और बाद के खर्चे।
आयुष कवर: आयुर्वेद, योगा, यूनानी, सिद्धा, होम्योपैथी के इलाज।
डोमिसिलरी हॉस्पिटलाइजेशन: घर पर इलाज, जब हॉस्पिटल में बेड न हो।
डे-केयर प्रोसीजर्स: 24 घंटे से कम समय की प्रक्रियाएं, जैसे कैटरैक्ट सर्जरी।
कोपेमेंट: क्लेम का कुछ प्रतिशत पॉलिसीहोल्डर द्वारा भुगतान, जिससे प्रीमियम कम होता है।
डिडक्टेबल: सालाना वह राशि जो पॉलिसीहोल्डर खुद देता है, जिससे प्रीमियम कम होता है।
वेटिंग पीरियड: क्लेम करने से पहले का इंतजार, जैसे प्री-एक्सिस्टिंग डिजीज के लिए।
सही प्लान कैसे चुनें?
जरूरतें समझें: अगर आपके पास प्री-एक्सिस्टिंग डिजीज है, तो मणिपाल सिग्ना का जीरो वेटिंग पीरियड बेस्ट है।
प्रीमियम और बजट: आदित्य बिरला का प्रीमियम सबसे कम (₹5,935) है, लेकिन फीचर्स भी देखें।
कवरेज सीमा: अनलिमिटेड कवरेज के लिए आईसीआईसीआई एलिवेट चुनें।
राइडर्स: ओपीडी, क्रिटिकल इलनेस, या नॉन-पेएबल आइटम्स के लिए राइडर्स देखें।
ICR: ज्यादा ICR (जैसे एचडीएफसी का 80.98%) विश्वसनीयता दर्शाता है।
मल्टी-टेन्योर ऑप्शंस: 3-5 साल की पॉलिसी लेने पर डिस्काउंट और इनफ्लेशन प्रोटेक्शन मिलता है।
उदाहरण: अगर आपके माता-पिता को डायबिटीज है और तुरंत कवर चाहिए, तो मणिपाल सिग्ना चुनें। अगर आप ज्यादा कवरेज और कम प्रीमियम चाहते हैं, तो आदित्य बिरला एक अच्छा विकल्प है।
निष्कर्ष और अगला कदम
सीनियर सिटीजन्स के लिए हेल्थ इंश्योरेंस एक सुरक्षा कवच है, जो मेडिकल और वित्तीय जोखिमों से बचाता है। चाहे आप नीवा बीमा रीशोर 2.0 का लॉक द क्लॉक फीचर चुनें, एचडीएफसी एर्गो का 2X-3X कवर, आईसीआईसीआई एलिवेट का अनलिमिटेड कवरेज, आदित्य बिरला का कम प्रीमियम, या मणिपाल सिग्ना का जीरो वेटिंग पीरियड, हर प्लान की अपनी खासियत है।
अगला कदम: अपनी योग्यता जांचें और इन प्लान्स के लिए ऑनलाइन लोन आवेदन या इंश्योरेंस पॉलिसी की जानकारी लें। अपने बजट और स्वास्थ्य जरूरतों के आधार पर सही प्लान चुनें। अधिक जानकारी के लिए हमारे ब्लॉग पर अन्य फाइनेंस से संबंधित लेख पढ़ें।
SOURCE:- NIVA BUPA, ICICI LOAMBARD, HDFC ERGO, MANIPAL CIGNA, ADITYA BIRLA
डिस्क्लेमर: यह ब्लॉग केवल जानकारी के उद्देश्य से है और इसे वित्तीय सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए। कोई भी हेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसी खरीदने से पहले, अपनी जरूरतों और बजट के आधार पर पूरी जांच करें। इंश्योरेंस कंपनी की शर्तें और नियम पढ़ें, और जरूरत पड़ने पर किसी सर्टिफाइड फाइनेंशियल प्लानर से सलाह लें।
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Robin Singh is a personal finance enthusiast with 5 years of experience in stock markets, loans, and insurance. Through Robin Talks Finance, he shares practical tips to help Indians make informed financial decisions. His insights come from hands-on experience and research from trusted sources like SEBI and RBI. Disclaimer: This content is for informational purposes only, not financial advice. Contact: inquiryrobinsingh@gmail.com
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