REIT Kya Hota Hai | How To Invest In REIT | 500 रुपये से Property में इन्वेस्ट करो

REIT Kya Hota Hai | How To Invest In REIT | 500 रुपये से Property में इन्वेस्ट करो

Robin Talks Finance

👉 YOU CAN TRANSLATE YOUR BLOG IN TO YOUR LANGUAGE:

 

परिचय: रियल एस्टेट में निवेश का आसान तरीका

क्या आपने कभी सोचा कि रियल एस्टेट (Real Estate) में निवेश करना कितना आसान हो सकता है, बिना लाखों-करोड़ों रुपये खर्च किए? अगर आप प्रॉपर्टी में पैसा लगाना चाहते हैं, लेकिन जमीन के झंझट, बिल्डर की धोखाधड़ी, या सरकारी अधिग्रहण जैसे डर आपको रोकते हैं, तो REIT (Real Estate Investment Trust) आपके लिए एक शानदार विकल्प हो सकता है। मैंने व्यक्तिगत रूप से देखा है कि कैसे मेरे एक दोस्त ने छोटी रकम से रीट में निवेश शुरू किया और नियमित आय (Passive Income) कमाने लगा। यह लेख आपको रीट के बारे में पूरी जानकारी देगा—यह क्या है, कैसे काम करता है, इसके फायदे और जोखिम क्या हैं, और आप इसमें 500 रुपये से भी निवेश शुरू कर सकते हैं।


REIT Kya Hota Hai | How To Invest In REIT | 500 रुपये से Property में इन्वेस्ट करो

Social Plugin

Follow me for regular updates.
All my social media links are below — just click and connect!

रीट क्या होता है? (What is REIT?)

रीट यानी रियल एस्टेट इन्वेस्टमेंट ट्रस्ट (Real Estate Investment Trust) एक ऐसा निवेश विकल्प है, जो आपको बिना फिजिकल प्रॉपर्टी खरीदे रियल एस्टेट में पैसा लगाने का मौका देता है। इसे समझने के लिए एक आसान उदाहरण लें: जैसे आप म्यूचुअल फंड (Mutual Fund) में पैसा लगाकर कई कंपनियों के शेयरों में निवेश करते हैं, वैसे ही रीट में आपका पैसा कमर्शियल प्रॉपर्टीज़ जैसे ऑफिस बिल्डिंग, मॉल्स, और आईटी पार्क्स में लगाया जाता है।

रीट एक तरह का फंड होता है, जो आपके पैसे को प्रॉपर्टी में निवेश करता है और उससे मिलने वाला किराया (Rental Income) और प्रॉपर्टी की बढ़ती कीमत (Capital Appreciation) का लाभ आपको देता है। सबसे अच्छी बात? आपको प्रॉपर्टी के रखरखाव, किराएदारों से निपटने, या कानूनी दस्तावेजों की चिंता करने की जरूरत नहीं होती।

रीट कैसे काम करता है?

जब आप रीट में निवेश करते हैं, तो आप उस फंड की यूनिट्स खरीदते हैं, जैसे म्यूचुअल फंड में करते हैं। ये यूनिट्स स्टॉक एक्सचेंज (NSE/BSE) पर लिस्टेड होती हैं, और आप इन्हें आसानी से खरीद-बेच सकते हैं। रीट आपका पैसा लेता है और उसे कमर्शियल प्रॉपर्टीज़ में निवेश करता है। इन प्रॉपर्टीज़ से मिलने वाला किराया और वैल्यू बढ़ने का लाभ 90% तक निवेशकों को डिविडेंड (Dividend) के रूप में दिया जाता है।

उदाहरण के लिए, मान लीजिए आपने एंबेसी ऑफिस पार्क रीट में 10,000 रुपये निवेश किए। यह रीट आपके पैसे को ऑफिस बिल्डिंग्स में लगाएगा, और जो किराया आएगा, उसका बड़ा हिस्सा आपको तिमाही या अर्धवार्षिक डिविडेंड के रूप में मिलेगा। साथ ही, अगर प्रॉपर्टी की कीमत बढ़ती है, तो आपकी यूनिट्स की वैल्यू भी बढ़ेगी।

भारत में उपलब्ध रीट्स (REITs Available in India)

भारत में अभी कुछ प्रमुख रीट्स स्टॉक एक्सचेंज पर लिस्टेड हैं, जो कमर्शियल और रिटेल प्रॉपर्टीज़ में निवेश करते हैं। इनके नाम हैं:

  • एंबेसी ऑफिस पार्क रीट (Embassy Office Parks REIT): यह ऑफिस स्पेस और कमर्शियल प्रॉपर्टीज़ में निवेश करता है।

  • माइंडस्पेस बिजनेस पार्क रीट (Mindspace Business Parks REIT): यह भी ऑफिस बिल्डिंग्स और आईटी पार्क्स पर फोकस करता है।

  • ब्रुकफील्ड इंडिया रीट (Brookfield India REIT): कमर्शियल प्रॉपर्टीज़ में निवेश के लिए जाना जाता है।

  • नेक्सस सेलेक्ट ट्रस्ट (Nexus Select Trust): यह मॉल्स और रिटेल स्पेस में निवेश करता है।

इन रीट्स की जानकारी आप NSE या BSE की वेबसाइट पर आसानी से पा सकते हैं। मैंने खुद नेक्सस सेलेक्ट ट्रस्ट की यूनिट्स की कीमत चेक की, और यह लगभग 138 रुपये प्रति यूनिट थी। यानी, आप 500 रुपये से भी निवेश शुरू कर सकते हैं!

रीट में निवेश के फायदे (Benefits of Investing in REITs)

रीट में निवेश करने के कई फायदे हैं, खासकर उन लोगों के लिए जो प्रॉपर्टी में पैसा लगाना चाहते हैं, लेकिन बड़े खर्च और जोखिम से बचना चाहते हैं। आइए, इन फायदों को विस्तार से समझें:

  • कम पूंजी से शुरुआत: फिजिकल प्रॉपर्टी खरीदने के लिए लाखों-करोड़ों रुपये चाहिए, लेकिन रीट में आप 500 रुपये से भी निवेश शुरू कर सकते हैं।

  • नियमित आय (Passive Income): रीट से आपको तिमाही या अर्धवार्षिक डिविडेंड मिलता है, जो किराए से आता है। यह 6-9% सालाना रिटर्न दे सकता है, जो फिजिकल प्रॉपर्टी से मिलने वाले 2-3% किराये से ज्यादा है।

  • कोई झंझट नहीं: प्रॉपर्टी के रखरखाव, किराएदारों से निपटने, या कानूनी दस्तावेजों की चिंता आपको नहीं करनी पड़ती। यह सब रीट की प्रोफेशनल टीम संभालती है।

  • सेबी रेगुलेशन: रीट्स को सेबी (Securities and Exchange Board of India) रेगुलेट करती है, जिससे धोखाधड़ी का खतरा बहुत कम होता है।

  • उच्च लिक्विडिटी: फिजिकल प्रॉपर्टी बेचने में महीनों लग सकते हैं, लेकिन रीट की यूनिट्स को आप स्टॉक मार्केट में एक बटन दबाकर बेच सकते हैं।

  • कोई अतिरिक्त खर्च नहीं: प्रॉपर्टी टैक्स, स्टैंप ड्यूटी, या रजिस्ट्रेशन फीस जैसे खर्चे रीट में नहीं होते।

उदाहरण के लिए, मेरे एक रिश्तेदार ने कुछ साल पहले एक फ्लैट खरीदा था, लेकिन किराएदारों के झगड़े और प्रॉपर्टी टैक्स ने उनकी नींद उड़ा दी। अगर उन्होंने रीट में निवेश किया होता, तो ये सारी परेशानियां नहीं होतीं।

रीट में निवेश कैसे करें? (How to Invest in REITs?)

रीट में निवेश करना उतना ही आसान है, जितना शेयर मार्केट में शेयर खरीदना। आपको बस एक डीमेट अकाउंट चाहिए। अगर आपके पास पहले से Zerodha, Upstox, या ICICI Direct जैसे ब्रोकर के साथ डीमेट अकाउंट है, तो आप तुरंत शुरू कर सकते हैं। प्रक्रिया इस प्रकार है:

  1. डीमेट अकाउंट खोलें: अगर आपके पास डीमेट अकाउंट नहीं है, तो आधार और पैन कार्ड के साथ ऑनलाइन खुलवा लें। यह मुफ्त और आसान है।

  2. रीट चुनें: NSE/BSE पर लिस्टेड रीट्स की जानकारी लें। उदाहरण के लिए, एंबेसी रीट या नेक्सस सेलेक्ट ट्रस्ट चुन सकते हैं।

  3. यूनिट्स खरीदें: अपने ब्रोकर ऐप पर रीट सर्च करें और जितनी रकम निवेश करना चाहते हैं, उतनी यूनिट्स खरीद लें।

  4. निगरानी रखें: रीट की वैल्यू और डिविडेंड पर नजर रखें। आप इसे लंबे समय तक होल्ड कर सकते हैं या प्रॉफिट होने पर बेच सकते हैं।

रीट में जोखिम (Risks of Investing in REITs)

हर निवेश में कुछ जोखिम होते हैं, और रीट भी इससे अछूते नहीं हैं। आइए, कुछ प्रमुख जोखिमों पर नजर डालें:

  • रियल एस्टेट मार्केट का उतार-चढ़ाव: अगर रियल एस्टेट मार्केट में मंदी आती है, तो रीट की वैल्यू और डिविडेंड पर असर पड़ सकता है।

  • किराएदारों की समस्या: अगर प्रॉपर्टी किराए पर नहीं चढ़ती या किराएदार एग्रीमेंट रद्द कर देता है, तो डिविडेंड कम हो सकता है।

  • स्टॉक मार्केट की अस्थिरता: चूंकि रीट स्टॉक एक्सचेंज पर लिस्टेड हैं, शेयर मार्केट की गिरावट का असर इन पर भी पड़ सकता है।

हालांकि, सेबी के सख्त नियमों की वजह से रीट में जोखिम काफी हद तक नियंत्रित रहता है। उदाहरण के लिए, सेबी के नियम कहते हैं कि रीट को 80% पैसा पूरी तरह से किराया देने वाली प्रॉपर्टीज़ में लगाना होगा, जिससे अंडर-कंस्ट्रक्शन प्रोजेक्ट्स का जोखिम कम हो जाता है।

रीट बनाम फिजिकल प्रॉपर्टी: तुलना तालिका

विशेषता रीट (REIT) फिजिकल प्रॉपर्टी
न्यूनतम निवेश 500 रुपये से शुरू लाखों-करोड़ों रुपये
रखरखाव कोई झंझट नहीं, प्रोफेशनल्स संभालते हैं रखरखाव, किराएदारों का झंझट
लिक्विडिटी स्टॉक मार्केट में तुरंत बेच सकते हैं बेचने में महीनों/साल लग सकते हैं
जोखिम सेबी रेगुलेशन, कम जोखिम धोखाधड़ी, कानूनी समस्याओं का जोखिम
अतिरिक्त खर्च कोई प्रॉपर्टी टैक्स/स्टैंप ड्यूटी नहीं प्रॉपर्टी टैक्स, स्टैंप ड्यूटी, जीएसटी
रिटर्न 6-9% डिविडेंड + कैपिटल एप्रिसिएशन 2-3% किराया + कैपिटल एप्रिसिएशन

रीट निवेश की प्रक्रिया: आसान चार्ट

[रीट निवेश प्रक्रिया]
1. डीमेट अकाउंट खोलें → आधार, पैन के साथ ऑनलाइन खाता खोलें
2. रीट चुनें → एंबेसी, माइंडस्पेस, ब्रुकफील्ड, नेक्सस में से चयन
3. यूनिट्स खरीदें → ब्रोकर ऐप पर रीट सर्च करें और खरीदें
4. डिविडेंड प्राप्त करें → तिमाही/अर्धवार्षिक आय का आनंद लें
5. बेचें (वैकल्पिक) → प्रॉफिट होने पर स्टॉक मार्केट में बेचें

निष्कर्ष: रीट में निवेश क्यों करें?

अगर आप रियल एस्टेट में निवेश करना चाहते हैं, लेकिन बड़े खर्च, कानूनी झंझट, या प्रॉपर्टी मैनेजमेंट की टेंशन नहीं चाहते, तो रीट एक स्मार्ट और सुरक्षित विकल्प है। यह आपको कम पूंजी से रियल एस्टेट की दुनिया में कदम रखने का मौका देता है, साथ ही नियमित आय और प्रॉपर्टी की बढ़ती कीमत का लाभ भी देता है। हालांकि, निवेश से पहले रीट के जोखिमों को समझें और अपनी वित्तीय स्थिति के आधार पर फैसला लें।

कॉल-टू-एक्शन: आज ही अपना डीमेट अकाउंट खोलें और एंबेसी रीट, माइंडस्पेस रीट, या नेक्सस सेलेक्ट ट्रस्ट में निवेश शुरू करें। क्या आपको यह लेख उपयोगी लगा? नीचे कमेंट में अपनी राय और सवाल जरूर बताएं। अगर आप चाहते हैं कि मैं भारत के बेस्ट रीट्स का तुलनात्मक विश्लेषण करूं, तो कमेंट में जरूर लिखें!


Understanding Specialized Investment Funds (SIF): A Comprehensive Guide


Understanding Specialized Investment Funds (SIF): A Comprehensive Guide


Top 5 Mutual Fund For Systematic Withdrawal Plan


"REIT" रीट से संबंधित 7 सामान्य प्रश्न (FAQs)

📌 रीट से संबंधित सामान्य प्रश्न और उत्तर

प्रश्न 1: रीट का क्या मतलब है?
उत्तर: रीट यानी रियल एस्टेट इन्वेस्टमेंट ट्रस्ट, एक फंड है जो कमर्शियल प्रॉपर्टीज़ में निवेश करता है और किराए व प्रॉपर्टी की बढ़ती कीमत का लाभ निवेशकों को देता है।

प्रश्न 2: क्या रीट्स अच्छे निवेश हैं?
उत्तर: हां, रीट्स 6-9% डिविडेंड और कैपिटल एप्रिसिएशन देते हैं, लेकिन रियल एस्टेट मार्केट के उतार-चढ़ाव का जोखिम भी होता है। सेबी रेगुलेशन इसे सुरक्षित बनाता है।

प्रश्न 3: रीट में निवेश कैसे करें?
उत्तर: डीमेट अकाउंट खोलें, NSE/BSE पर लिस्टेड रीट जैसे एंबेसी रीट या नेक्सस सेलेक्ट ट्रस्ट चुनें, और ब्रोकर ऐप से यूनिट्स खरीदें।

प्रश्न 4: रीट में न्यूनतम निवेश कितना है?
उत्तर: आप 500 रुपये से भी रीट में निवेश शुरू कर सकते हैं, जैसे नेक्सस सेलेक्ट ट्रस्ट की एक यूनिट लगभग 138 रुपये की है।

प्रश्न 5: रीट में जोखिम क्या हैं?
उत्तर: रियल एस्टेट मार्केट की मंदी, किराएदारों की कमी, या स्टॉक मार्केट की अस्थिरता रीट के रिटर्न को प्रभावित कर सकती है।

प्रश्न 6: रियल एस्टेट कंपनी का क्या काम है?
उत्तर: रियल एस्टेट कंपनियां प्रॉपर्टी खरीदती, विकसित करती, और किराए पर देती हैं। रीट ऐसी प्रॉपर्टीज़ में निवेश करता है और लाभ निवेशकों को देता है।

प्रश्न 7: रीट और फिजिकल प्रॉपर्टी में क्या अंतर है?
उत्तर: रीट में कम पूंजी, कोई रखरखाव, और उच्च लिक्विडिटी होती है, जबकि फिजिकल प्रॉपर्टी में बड़े खर्च, रखरखाव, और बिक्री में समय लगता है।

REIT Kya Hota Hai | How To Invest In REIT | 500 रुपये से Property में इन्वेस्ट करो

REIT Kya Hota Hai | How To Invest In REIT | 500 रुपये से Property में इन्वेस्ट करो

Score: 0 / 10

1. REIT का फुल फॉर्म क्या है?

Real Estate Income Trust
Real Estate Investment Trust
Real Estate India Trust
Real Income Investment Tool

2. REIT मुख्य रूप से कहां निवेश करता है?

गोल्ड में
शेयर मार्केट में
कमर्शियल प्रॉपर्टीज़ में
म्युचुअल फंड्स में

3. REIT में निवेश शुरू करने के लिए न्यूनतम रकम लगभग कितनी है?

50,000 रुपये
5,000 रुपये
500 रुपये
1,00,000 रुपये

4. भारत में कौन सा REIT उपलब्ध नहीं है?

एंबेसी ऑफिस पार्क REIT
माइंडस्पेस बिजनेस पार्क REIT
ब्रुकफील्ड इंडिया REIT
गोल्डलीफ इंडिया REIT

5. REIT का मुख्य लाभ कौन सा है?

केवल लॉन्ग टर्म टैक्स बेनिफिट
कोई डिविडेंड नहीं मिलता
रखरखाव की कोई टेंशन नहीं
केवल विदेशी निवेश possible है

6. REIT में निवेश करने के लिए क्या जरूरी है?

पर्सनल लोन
डीमेट अकाउंट
क्रेडिट कार्ड
पासपोर्ट

7. REIT इन्वेस्टमेंट से डिविडेंड कितनी बार मिल सकता है?

रोज
तिमाही या अर्धवार्षिक
साल में एक बार
हर महीने

8. REIT में निवेश से कौन सा खर्च नहीं करना पड़ता?

स्टैंप ड्यूटी
ट्रेडिंग फीस
प्रॉपर्टी टैक्स
इलेक्ट्रिसिटी बिल

9. REIT को भारत में कौन रेगुलेट करता है?

RBI
SEBI
IRDAI
NITI Aayog

10. REIT से मिली यूनिट्स को कैसे खरीद-बेच सकते हैं?

किराया एजेंट से
स्टॉक एक्सचेंज पर
बैंक ब्रांच से
घर के रजिस्ट्रार से

वित्तीय अस्वीकरण (Financial Disclaimer)

यह लेख केवल जानकारी के उद्देश्य से लिखा गया है और इसे वित्तीय सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए। रीट में निवेश करने से पहले अपने वित्तीय सलाहकार से परामर्श करें और बाजार के जोखिमों को समझें। निवेश में हमेशा जोखिम शामिल होता है, और आपको अपनी वित्तीय स्थिति के आधार पर निर्णय लेना चाहिए।


SOURCE:- INVESTOPEDIA , NAREIT 


ABOUT THE AUTHOR

Robin Singh is a personal finance enthusiast with 5 years of experience in stock markets, loans, and insurance. Through Robin Talks Finance, he shares practical tips to help Indians make informed financial decisions. His insights come from hands-on experience and research from trusted sources like SEBI and RBI. Disclaimer: This content is for informational purposes only, not financial advice. Contact: inquiryrobinsingh@gmail.com

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ

Be Respectful & Don't Spam

एक टिप्पणी भेजें (0)

#buttons=(Ok, Go it!) #days=(20)

Our website uses cookies to enhance your experience. Check Now
Ok, Go it!