पर्सनल लोन या कार लोन लेना एक बड़ा वित्तीय निर्णय है, खासकर जब आप अपनी ड्रीम कार खरीदने की सोच रहे हों। लेकिन क्या आप जानते हैं कि सही जानकारी और थोड़ी स्मार्ट प्लानिंग से आप हजारों रुपये बचा सकते हैं? इस ब्लॉग पोस्ट में, हम आपको बताएंगे How to Get a Best Car Loan and Easy Guide and Money-Saving Tips, जिसमें ईएमआई, क्रेडिट स्कोर, ब्याज दर, और इंश्योरेंस जैसे महत्वपूर्ण पहलुओं को शामिल किया गया है। चाहे आप पहली बार कार खरीद रहे हों या पुरानी कार को अपग्रेड करना चाहते हों, यह गाइड आपके लिए है!
कार लोन लेने से पहले क्या करें?
कार लोन लेने का पहला कदम है तैयारी। बिना सोचे-समझे डीलरशिप पर जाना या लोन के लिए आवेदन करना महंगा पड़ सकता है। आइए, जानते हैं शुरुआती स्टेप्स:
1. अपनी फाइनेंस हेल्थ चेक करें
क्रेडिट स्कोर: आपका क्रेडिट स्कोर जितना बेहतर होगा, उतनी कम ब्याज दर मिलेगी। 750+ स्कोर को अच्छा माना जाता है।
बजट: कार की ऑन-रोड कीमत (एक्स-शोरूम कीमत + RTO + इंश्योरेंस) का 90% तक लोन मिल सकता है। बाकी डाउन पेमेंट आपको करना होगा।
उदाहरण: मान लीजिए, आपकी कार की ऑन-रोड कीमत 23 लाख रुपये है। बैंक 90% यानी 20.7 लाख रुपये का लोन दे सकता है। बाकी 2.3 लाख रुपये आपको डाउन पेमेंट के रूप में देने होंगे।
2. अलग-अलग डीलरशिप से कोटेशन लें
कम से कम 2-3 डीलरशिप से एक्स-शोरूम कीमत और डिस्काउंट की जानकारी लें।
टिप: डीलरशिप पर इंश्योरेंस या एक्सेसरीज लेने से बचें, क्योंकि ये बाहर से सस्ते मिल सकते हैं।
उदाहरण: राहुल ने चंडीगढ़ और मोहाली के डीलरशिप से Mahindra XUV 700 के लिए कोटेशन लिया। मोहाली वाले डीलर ने 70,000 रुपये का डिस्काउंट और मुफ्त कार कवर ऑफर किया, जो चंडीगढ़ के 60,000 रुपये के डिस्काउंट से बेहतर था।
3. कार का मैन्युफैक्चरिंग मंथ चेक करें
हमेशा लेटेस्ट मैन्युफैक्चरिंग मंथ (जैसे अप्रैल या मई 2025) की कार लें। पुराने स्टॉक (जैसे फरवरी 2025) की कार पर ज्यादा डिस्काउंट मांगें।
टिप: नई कार का ओडोमीटर 5-20 किमी से ज्यादा नहीं होना चाहिए। अगर 70-80 किमी दिख रहा है, तो डीलर से सवाल करें।
कार लोन की प्रक्रिया: स्टेप-बाय-स्टेप गाइड
अब जब आपने कार और डीलर चुन लिया है, तो लोन लेने की प्रक्रिया शुरू करें। यहाँ हर स्टेप को आसानी से समझाया गया है:
स्टेप 1: बैंक से लोन के लिए आवेदन करें
ICICI बैंक, HDFC बैंक, SBI, या अन्य बड़े बैंकों से संपर्क करें।
3-4 बैंकों से ब्याज दर (ROI) और प्रोसेसिंग फीस की तुलना करें। HDFC बैंक अक्सर कम ब्याज दर ऑफर करता है।
उदाहरण: प्रिया ने ICICI बैंक से 9.1% ब्याज दर पर 15 लाख रुपये का लोन लिया, जबकि शुरुआत में बैंक 9.3% ऑफर कर रहा था। थोड़ी नेगोशिएशन से उसने 0.2% ब्याज कम करवाया।
स्टेप 2: सैंक्शन लेटर लें
सैंक्शन लेटर में लोन की राशि, ब्याज दर, और प्रोसेसिंग फीस लिखी होती है। इसे ध्यान से चेक करें।
टिप: सैंक्शन लेटर के बिना डीलरशिप पर पेमेंट प्रोसेस शुरू न करें।
स्टेप 3: डीलरशिप पर बुकिंग करें
कार का रंग, वैरिएंट (पेट्रोल/डीजल), और मॉडल चुनें।
बुकिंग अमाउंट (जैसे 21,000 रुपये) जमा करें। यह Google Pay, NEFT, या कैश के जरिए हो सकता है।
उदाहरण: अजय ने Mahindra XUV 700 की बुकिंग के लिए 21,000 रुपये Google Pay से दिए। डीलर ने 7-8 दिनों में कार डिलीवरी का वादा किया।
स्टेप 4: बैंक से डिलीवरी ऑर्डर (DO) लें
डीलर को पेमेंट करने से पहले बैंक से DO लें। यह दस्तावेज़ बताता है कि बैंक ने लोन अमाउंट रिलीज कर दिया है।
उदाहरण: 15 लाख रुपये के लोन में से 12,803 रुपये प्रोसेसिंग फीस और स्टैंप ड्यूटी में कट गए। डीलर को 14.87 लाख रुपये ट्रांसफर हुए।
स्टेप 5: इंश्योरेंस और RTO चार्जेस
इंश्योरेंस: डीलरशिप से इंश्योरेंस लेने की बजाय, Acko, HDFC, या ICICI जैसी कंपनियों से ऑनलाइन खरीदें। इससे 40-50% तक बचत हो सकती है।
उदाहरण: डीलर ने 1.05 लाख रुपये का इंश्योरेंस कोट किया, लेकिन रमेश ने Acko से 58,806 रुपये में इंश्योरेंस लिया, जिसमें Zero Depreciation और Return to Invoice जैसे कवर शामिल थे।
RTO चार्जेस: यह राज्य के हिसाब से बदलता है। जैसे, चंडीगढ़ में RTO चार्ज 1.48 लाख रुपये था। इसे डीलर के जरिए करवाएं, क्योंकि यह समय बचाता है।
टिप: इंश्योरेंस के लिए कार की IDV (Insured Declared Value) एक्स-शोरूम कीमत का 95% होती है। जैसे, 21.68 लाख की कार की IDV 20.60 लाख होगी।
स्टेप 6: कार डिलीवरी और RC
इंश्योरेंस और RTO प्रक्रिया पूरी होने के बाद कार डिलीवर हो जाएगी।
कार की RC पर "Hypothecated to [बैंक का नाम]" लिखा होगा, जैसे "Hypothecated to ICICI Bank"। लोन पूरा होने के बाद NOC लेकर इसे हटवाएं।
पैसे बचाने के टिप्स
कार लोन और खरीदारी में स्मार्ट बनकर आप हजारों रुपये बचा सकते हैं। यहाँ कुछ प्रैक्टिकल टिप्स हैं:
डीलरशिप से एक्सेसरीज न लें: फ्लोर मैट, रूफ रेल्स, या फुटरेस्ट जैसे एक्सेसरीज बाहर से 50-70% सस्ते मिलते हैं। उदाहरण: डीलर ने फुटरेस्ट के लिए 20,000 रुपये कोट किया, लेकिन लोकल मार्केट में वही 7,000 रुपये में मिल गया।
ऑनलाइन लोन आवेदन: कई बैंक और NBFC ऑनलाइन लोन ऑफर करते हैं। इससे प्रोसेसिंग फीस कम हो सकती है।
ब्याज दर पर नेगोशिएट करें: अगर HDFC 8.9% ROI ऑफर कर रहा है, तो ICICI या SBI से इसे मैच करने के लिए कहें।
पुराने स्टॉक से बचें: पुरानी मैन्युफैक्चरिंग डेट की कार लेने पर 1-1.5 लाख रुपये तक का डिस्काउंट मांगें।
TCS रिफंड: TCS (Tax Collected at Source) को ITR फाइल करते समय रिफंड क्लेम करें।
कार लोन से जुड़े महत्वपूर्ण टर्म्स
एक्स-शोरूम कीमत: कार की बेसिक कीमत, जिसमें RTO, इंश्योरेंस, या टैक्स शामिल नहीं होते।
ऑन-रोड कीमत: एक्स-शोरूम कीमत + RTO + इंश्योरेंस + अन्य चार्जेस।
हाइपोथिकेशन: लोन पूरा होने तक कार बैंक के नाम पर "मॉर्गेज" होती है।
ईएमआई: मासिक किस्त, जिसमें लोन की राशि और ब्याज शामिल होता है। लोन अवधि 3-7 साल हो सकती है।
प्रोसेसिंग फीस: लोन प्रोसेस करने के लिए बैंक 0.5-0.85% फीस लेता है।
निष्कर्ष: स्मार्ट बनें, पैसे बचाएं!
कार लोन लेना जटिल लग सकता है, लेकिन सही जानकारी और प्लानिंग से आप न केवल अपनी ड्रीम कार खरीद सकते हैं, बल्कि हजारों रुपये भी बचा सकते हैं। क्रेडिट स्कोर चेक करें, बैंकों की तुलना करें, और डीलरशिप पर स्मार्ट नेगोशिएशन करें। आज ही अपने नजदीकी बैंक या ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर कार लोन की पात्रता चेक करें और अपनी कार खरीदने की जर्नी शुरू करें!
क्या आप कार लोन लेने की सोच रहे हैं? नीचे कमेंट में अपनी राय या सवाल शेयर करें, और फाइनेंस से जुड़ी और टिप्स के लिए Robin Talks Finance के अन्य ब्लॉग पढ़ें!
डिस्क्लेमर
यह ब्लॉग केवल सामान्य जानकारी के लिए है और इसे वित्तीय सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए। कार लोन, इंश्योरेंस, या अन्य वित्तीय निर्णय लेने से पहले किसी योग्य वित्तीय सलाहकार से परामर्श करें। Robin Talks Finance किसी भी वित्तीय नुकसान के लिए जिम्मेदार नहीं होगा।
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